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Sunday 30 June 2013

नववर्ष

नए साल की नयी कामना नयी उमंगें लायी
हो सबको बधाई - हो सबको बधाई । ।

जीवन के दुर्गम पथ पर हम सदा से चलते आये
लेकिन बाधाओं  से हम  नहीं कभी घबराये ।
क्यूंकि जब जब निशा ढली है
उषा ने घुघंट उठाई ....
हो सबको बधाई -हो सबको बधाई ॥

कल का जब सूरज निकले तो
खिल जाये जग सारा
हिर्दय कमल प्रस्फुटित हो सबके
मिटे मन का अधियारा
खुशियों से झोली को भर के
प्यार की चुनर ओढाई हो
सबको बधाई हो सबको बधाई हो ॥

आओ मिलकर नाचे गाये
झूमे खुशियाँ मनाये
ये गागर उत्साह का हरदम
यूँ ही छलकता  जाये
क्यूंकि आज सभी  की बदौलत ये महफ़िल रंग लाई
हो सबको बधाई ..हो सबको बधाई । ।  

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